Megamenu

Body

Dr. M. Ravichandran
डॉ. एम. रविचन्‍द्रन
Name डॉ. एम. रविचन्‍द्रन
जन्म की तारीख 18 मई, 1965
शैक्षणिक अर्हताएं
  • डॉ. एम. रविचंद्रन ने 11 अक्टूबर 2021 से  सचिव, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) के रूप में कार्यभार ग्रहण किया है।
    उन्होंने पुणे विश्वविद्यालय से भौतिकी में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। वे एनसीपीओआर, गोवा (2016-2021) में निदेशक थे। उन्होंने भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (ईएसएसओ-आईआईटीएम), पुणे (1988 से 1997) में वैज्ञानिक के रूप में काम किया।.
    उन्होंने भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (ईएसएसओ-आईआईटीएम), पुणे (1988 से 1997), राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (ईएसएसओ-एनआईओटी), चेन्नई (1997-2001) और भारतीय राष्ट्रीय महासागर केंद्र में वैज्ञानिक के रूप में काम किया।
    एनसीपीओआर में शामिल होने से पहले सूचना सेवा (ईएसएसओ-आईएनसीओआईएस), हैदराबाद (2001-2016).
सचिव, पृ‍थ्‍वी विज्ञान मंत्रालय
 
पृ‍थ्‍वी विज्ञान मंत्रालय
सचिव, पृ‍थ्‍वी विज्ञान मंत्रालय के रूप में कार्यभार ग्रहण करने की तारीख
 
11 अक्टूबर, 2021
सेवानिवृत्‍ती की तारीख
 
31 मई, 2025
वर्तमान संगठन सचिव, पृ‍थ्‍वी विज्ञान मंत्रालय
वर्तमान पता पृथ्वी भवन, लोधी रोड, नई दिल्ली -110003
दूरभाष मोबाइल (वैकल्पिक)
मोबाइल(ऐच्छिक)
 
फैक्स  
ईमेल secretary@moes.gov.in
धारित महत्‍वपूर्ण पद:
वर्ष संस्‍थान धारित पद
11 अक्‍तूबर, 2021 से पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय
पृथ्वी भवन, लोधी रोड, नई दिल्ली 110003
सचिव
2018-वर्तमान तक  अंतरराष्‍ट्रीय विज्ञान परिषद (क्षमता निर्माण) की अंटार्कटिका अनुसंधान वैज्ञानिक समिति  उपाध्‍यक्ष
2016-वर्तमान तक

अअंतर्राष्ट्रीय आर्कटिक विज्ञान समिति (आईएएससी )

वैकल्पिक प्रतिनिधि भारत, अंटार्कटिक अनुसंधान वैज्ञानिक समिति (एससीएआर)

भारतीय प्रतिनिधि: राष्ट्रीय अंटार्कटिक कार्यक्रम प्रबंधक समिति

वैकल्पिक प्रतिनिधि-भारत, अंटार्कटिक संधि प्रणाली

परिषद सदस्‍य
2012 से 2016 तक

जीओओएस/सीएलआईवीएआर का हिंद महासागर पैनल,डब्लूसीआरपी का जलवायु अनुसंधान कार्यक्रम 

सह-अध्यक्ष
2005 से 2016 तक हिंद महासागर के लिए अंतर्राष्ट्रीय आर्गो संचालन टीम और क्षेत्रीय आर्गो समन्वयक सदस्य
2010- 2017 एसआईबीईआर (धारणीय हिंद महासागर जैवभूरसायनिक और पारिस्थितिकी अनुसंधान) वैज्ञानिक संचालन समिति सदस्य
जीवनवृत्‍त यहां क्लिक करें।
संपादक: पूर्व और अनुप्रयुक्त भूभौतिकी (वायुमंडलीय और समुद्र विज्ञान) (2015 से वर्तमान तक)