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भारत की अर्थव्यवस्था के लिए मानसून हमेशा शोचनीय रही है। भविष्यवाणी की वर्तमान क्षमताएं पर्याप्त नहीं हैं। हाल में, कई नई अवधारणाओं (उच्च विभेदन, सुपर पैरामीटरीकरण, डेटा सदृशीकरण आदि) से पता चलता है कि उष्णदेशों में परिवर्तनशीलता को उचित प्रकार से रोका जा सकता है, जिससे मानसून भविष्यवाणी में सुधार के लिए काफी गुंजाइश हो सकती है। मिशन के गतिशील पूर्वानुमान तैयार करने और पूर्वानुमान कौशल में सुधार लाने के लिए एक रूपरेखा बनाने के माध्यम से लघु, मध्यम, विस्तारित और ऋतुकालिक अवधि पैमाने पर मॉडलों में सुधार करने के लिए निश्चित उद्देश्यों और ठोस परिणामों के साथ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय अनुसंधान समूहों द्वारा केंद्रित अनुसंधान का समर्थन करेंगे। मिशन प्रेक्षणात्‍मक कार्यक्रमों का भी सहयोग करेगा जिसके परिणामस्‍वरूप प्रक्रियाओं को बेहतर तरीके से समझा जा सकेगा ।

क) उद्देश्य:

  1. ऋतुकालिक और अंतर ऋतुकालिक मानसून पूर्वानुमान में सुधार करना
  2. मध्यम अवधि पूर्वानुमान में सुधार करना।

ख) प्रतिभागी संस्थान:

  1. भारतीय उष्‍णदेशीय मौसम विज्ञान, पुणे
  2. राष्‍ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केंद्र, नोएडा
  3. भारत मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली

ग) कार्यान्वयन योजना:

भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ऋतुकालिक और अंतरा-ऋतुकालिक पैमाने पर पूर्वानुमान में सुधार के लिए समन्‍वय करेगा और सबसे पहले प्रयास करेगा। राष्‍ट्रीय मध्यम अवधि मौसम पूर्वानुमान केन्द्र (एनसीएमआरडब्‍ल्‍यूएफ) मध्यम अवधि पैमाने पर पाक्षिक पूर्वानुमान आधार पर पूर्वानुमानों में सुधार के प्रयासों में सर्वप्रथम समन्वय करेगा । इन्‍हें भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा प्रचालनात्‍मक बनाया जाएगा । विभिन्न आकाशीय और स्थानिक रेंज में पूर्वानुमान के कौशल में सुधार करने के लिए एक बोली में, विशिष्ट परियोजनाओं और ठोस परिणामों से संबंधित राष्‍ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से प्रस्‍ताव आमंत्रित किये जाएंगे । राष्ट्रीय भागीदारों के साथ ही अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के वित्तपोषण के लिए भी प्रावधान किया जाएगा । इन भागीदारों को आईआईटीएम और एनसीएमआरडब्‍ल्‍यूएफ में एचपीसी सुविधा का उपयोग करने की अनुमति दी जाएगी। एक राष्ट्रीय संचालन समूह के कार्यक्रम चलाने और मिशन की प्रगति की समीक्षा करने के लिए एक कार्यक्रम का प्रस्‍ताव है ।

ड़) डेलीवरेबल्‍स:

  1. ऋतुकालिक और अंतरा-ऋतुकालिक पैमाने में विश्वसनीय पूर्वानुमान प्रणाली की स्थापना
  2. मध्यम रेंज पैमाने पर दो सप्ताह तक 

ड़) बजट अनुमान: 290 करोड़ रुपए *

(करोड़ों में रुपए)

बजट की आवश्यकताएँ
योजना का नाम 2012-13 2013-14 2014-15 2015-16 2016-17 कुल
मानसून मिशन 10.00 66.00 77.00 64.00 73.00 290.00

* एचपीसी के लिए फंड (3.13 देखें) एचपीसी सुविधाओं में रखा गया है